HP Politics: छंट जाएगी धुंध, कांग्रेस की टिकटों का रिजल्ट कल
छंट जाएगी धुंध, कांग्रेस की टिकटों का रिजल्ट कल
शिमला –कांग्रेस की टिकटों पर फैसला शनिवार को दिल्ली में होगा। केंद्रीय चुनाव समिति हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों के साथ ही विधानसभा की छह सीटों पर टिकट का फैसला कर सकती है। राज्य से संभावित प्रत्याशियों के नाम केंद्रीय चुनाव समिति के पास पहुंच गए हैं। समन्वय और स्क्रीनिंग कमेटी की छंटनी के बाद अब नामों पर फैसले की घड़ी है। संभावित चेहरों में लोकसभा की तीन सीटों पर स्थिति लगभग तय है, जबकि एक सीट पर केंद्रीय चुनाव समिति ऐन मौके पर फैसला ले सकती है। टिकट की रेस में जो नेता समन्वय समिति और स्क्रीनिंग कमेटी की बाधा को पार कर चुके हैं, उन्होंने प्रचार भी शुरू कर दिया है। इनमें सबसे पहला नाम हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से सतपाल रायजादा का है। जो अब तक कई जनसभाओं में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ नजर आ चुके हैं। अब तक ऊना में सतपाल रायजादा दर्जनों पब्लिक मीटिंग में हिस्सा ले चुके हैं। मंडी में प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह की न के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह का नाम अब टिकट की रेस में आगे हो गया है। प्रतिभा सिंह भी युवाओं के बीच स्पर्धा की बात कह चुकी हैं।
विक्रमादित्य सिंह के मैदान में उतरने के बाद मंडी में लोकसभा चुनाव दिलचस्प हो गया है। यहां अभिनेत्री कंगना रणौत और विक्रमादित्य सिंह दोनों एक-दूसरे पर अभी से हमलावर नजर आ रहे हैं। शिमला संसदीय सीट पर कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी का नाम शुरूआत से ही आगे चला हुआ है। हालांकि यहां से टिकट के लिए आवेदन करने वालों की लंबी कतार है और करीब 16 नेताओं ने कांग्रेस की टिकट के लिए आवेदन किया है। हालांकि पार्टी ने जीतने की क्षमता रखने वाले नेता को ही टिकट देने की बात कही है और इस पैमाने पर अब तक विनोद सुल्तानपुरी सबसे आगे चल रहे हैं। कांगड़ा सीट पर भी 13 अप्रैल को ही फैसला होने की संभावना है। हालांकि यहां पूर्व मंत्री आशा कुमारी, डा. राजेश शर्मा समेत दूसरे नामों में से किसी एक पर मुहर लगनी बाकी है। केंद्रीय चुनाव समिति की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े करेंगे, जबकि इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी उपस्थित रहेंगे। प्रतिभा सिंह केंद्रीय चुनाव समिति की सदस्य भी हैं।
मंडी और शिमला लोकसभा सीट पर विरासत संभालेगी अगली पीढ़ी
केंद्रीय चुनाव समिति संभावित चेहरों पर ही सहमति जताती है, तो दो लोकसभा सीटों की कमान अगली पीढ़ी के हाथ आ जाएगी। मंडी संसदीय सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह तीन बार सांसद रह चुके हैं, जबकि प्रतिभा सिंह एक बार आम चुनाव, तो दो बार उपचुनाव में जीत दर्ज कर इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। अब उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह को यहां से टिकट मिलती है, तो यह इस सीट पर अगली पीढ़ी का चुनावी रण शुरू हो जाएगा। दूसरी बड़ी सीट शिमला संसदीय क्षेत्र की है। यहां से विनोद सुल्तानपुरी का नाम फिलहाल रेस में सबसे आगे है। विनोद सुल्तानपुरी के पिता केडी सुल्तानपुरी शिमला संसदीय सीट से छह बार सांसद रह चुके हैं। पूर्व सांसद केडी सुल्तानपुरी 1980 से 1998 तक शिमला संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व किया है।