Lok Sabha Elections: रोहतक से इस अभिनेता को उतारने की जुगत में भाजपा
Lok Sabha Elections: रोहतक से इस अभिनेता को उतारने की जुगत में भाजपा, जातीय समीकरण को देखते हुए पैनल में हो सकता है बदलाव
Lok Sabha Elections हरियाणा में भाजपा बदलाव की तैयारियों में जुटी है। माना जा रहा है कि भाजपा जातीय समीकरणों को देखते हुए पैनल में बदल सकती है। इसे लेकर बुधवार और बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व व आरएसएस के नेताओं के बीच मंथन संभव है। बता दें कि रोहतक से भाजपा रणदीप हुड्डा को उतारने की तैयारी में भी है।
HIGHLIGHTS
- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज पहुंचेंगे दिल्ली से मंत्रणा संभव
- जातीय समीकरणों को ध्यान में रखकर आवंटित किए जाएंगे टिकट
- सोनीपत, हिसार, अंबाला, सिरसा, करनाल और कुरुक्षेत्र लोकसभा सीटों पर नये समीकरणों ने बदला पासा
चंडीगढ़। हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों के लिए भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति द्वारा तैयार किए गए पैनल में बदलाव किया जा सकता है। भाजपा के पैनल में कुछ नाम ऐसे हैं, जो कहीं न कहीं जातीय समीकरणों से मेल नहीं खाते। कुछ नाम ऐसे भी हैं, जिन्हें मौजूदा लोकसभा सीटों की बजाय किसी दूसरी लोकसभा सीट के पैनल में शामिल किया जा सकता है।
इसके लिए बुधवार और बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व व आरएसएस के नेताओं के बीच मंथन संभव है। भाजपा का नया पैनल बैकवर्ड, पंजाबी, ब्राह्मण और जाट उम्मीदवारों के प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखकर नये सिरे से तैयार किए जाने की चर्चा है।
हरियाणा में भाजपा के इस समय 10 सांसद
हरियाणा में इस समय भाजपा के 10 सांसद हैं। भाजपा ने पिछली बार तीन बैकवर्ड, दो ब्राह्मण, एक पंजाबी, दो जाट और दो एससी उम्मीदवारों को टिकट दिए थे। इस बार सोनीपत और रोहतक लोकसभा सीट से किसी एक ब्राह्मण को चुनाव लड़वाए जाने की चर्चाएं चल पड़ी हैं, जबकि सिरसा व अंबाला लोकसभा सीटों पर भी जातीय समीकरणों को लेकर नये सिरे से मंथन चल पड़ा है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुधवार को करनाल और यमुनानगर में दो कार्यक्रमों में हिस्सेदारी करने के बाद दिल्ली पहुंच जाएंगे। उनकी सात मार्च को वापसी है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की भाजपा के कुछ शीर्ष नेताओं के साथ ही आरएसएस के कुछ प्रमुख नेताओं के साथ बैठक हो सकती है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर सकते हैं केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात
मुख्यमंत्री के टूर प्रोग्राम में हालांकि उनकी मुलाकात कुछ केंद्रीय मंत्रियों के साथ बताई जा रही है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पैनल में शामिल भाजपा के संभावित दावेदारों के नामों में बदलाव पर पार्टी के नीति-निर्धारकों के साथ मुख्यमंत्री की बातचीत होगी।
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के पास कुछ नाम ऐसे पहुंचे हैं, जो प्रदेश चुनाव समिति के पैनल में शामिल नहीं हैं। केंद्रीय चुनाव समिति ने इन नामों के बारे में प्रदेश चुनाव समिति को संकेत दे दिया है। ऐसे में पैनल पर दोबारा विचार किया जा रहा है। कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के लिए बनाए गए पैनल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं मौजूदा सांसद नायब सिंह सैनी का सिंगल नाम गया है।
कुरुक्षेत्र के पैनल में नायब के साथ जुड़ेंगे नाम
पिछले दिनों नई दिल्ली में हुई प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में कुछ सदस्यों ने इस पर यह कहते हुए अपनी आपत्ति जताई थी कि भले ही टिकट नायब सिंह सैनी को मिल जाए, लेकिन पैनल में दूसरा या तीसरा नाम अवश्य शामिल किया जाना चाहिए। हालांकि बातचीत के बाद सिंगल नाम पैनल में रखने पर सहमति भी बन गई थी, लेकिन चर्चा है कि अब नायब सिंह सैनी के साथ कुरुक्षेत्र के पैनल में कम से कम दो नाम और जोड़े जा सकते हैं।
सोनीपत में बृजेंद्र, कृष्णा और हिसार में गंगवा की चर्चा
हिसार और सोनीपत के पैनलों में शामिल नामों को लेकर भी भाजपा के राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं छिड़ी हुई हैं। हिसार के मौजूदा सांसद बृजेंद्र सिंह के टिकट पर कुछ लोग तलवार लटकी बताते हैं, लेकिन बताया जाता है कि बृजेंद्र सिंह का नाम सोनीपत लोकसभा सीट के पैनल में शामिल किया जा सकता है और हिसार के पैनल में विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा का नाम तीसरे नंबर से पहले नंबर पर लाया जा सकता है।
यहां पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई भी मजबूत दावेदार हैं। सोनीपत में भाजपा नेत्री कृष्णा गहलावत के नाम पर भी गंभीरता से चर्चा चल पड़ी है। गैर जाट उम्मीदवारों में सीएम के पूर्व राजनीतिक सलाहकार राजीव जैन और विधायक मोहन लाल बडौली मजबूत स्थिति में हैं।
अंबाला और सिरसा में काम करेगा जातीय समीकरण
अंबाला लोकसभा सीट के पैनल में बदलाव की चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में बनी हुई हैं। यहां सीएम के राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी का नाम दूसरे नंबर पर है, जबकि दिवंगत सांसद रतनलाल कटारिया की धर्मपत्नी बंतो कटारिया का नाम पहले नंबर पर है।
सिरसा लोकसभा सीट और अंबाला लोकसभा सीट दोनों ही आरक्षित संसदीय क्षेत्र हैं। यहां मिलने वाले टिकट एक दूसरे के जातीय समीकरणों पर निर्भर रहने वाले हैं।
सिरसा में यदि मौजूदा भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट मिलता है तो अंबाला में कृष्ण कुमार बेदी की लाटरी लग सकती है। यदि सिरसा में पूर्व सांसद डा. अशोक तंवर को टिकट दिया गया तो अंबाला में बंतो कटारिया की किस्मत खुल सकती है।
रोहतक में रणदीप हुड्डा के नाम की चर्चाएं
गुरुग्राम लोकसभा सीट के पैनल में केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत का नाम सबसे ऊपर है। रोहतक के सांसद डा. अरविंद शर्मा को दोबारा करनाल में शिफ्ट करने की चर्चाएं भी राजनीतिक गलियारों में चल रही हैं। रोहतक से फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा का नाम पार्टी के नेशनल सेक्रेटरी ओमप्रकाश धनखड़ के साथ काफी चर्चाओं में चला हुआ है।
भिवानी-महेंद्रगढ़ में मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह टिकट के प्रबल दावेदार हैं, लेकिन यहां पूर्व सांसद सुधा यादव के नाम की भी अनदेखी करने के मूड में पार्टी बिल्कुल नहीं है। फरीदाबाद में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के टिकट पर अधिक खतरा नहीं है, लेकिन पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल का नाम भी मजबूत है।
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में आठ मार्च को मुहर संभव
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आठ मार्च को नई दिल्ली में होने की संभावना है। उससे पहले सात मार्च तक भाजपा का प्रदेश नेतृत्व अपने बदले हुए पैनलों को केंद्रीय नेतृत्व के पास जमा करा देगा, जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि आठ मार्च को हरियाणा के सभी 10 लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा की जा सकती है।
इन उम्मीदवारों की घोषणा में आरएसएस के नेताओं की राय काफी अहम रहने वाली है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की छह व सात मार्च को नई दिल्ली में आरएसएस के हरियाणा में कार्यरत नेताओं के साथ गंभीर मंत्रणा होने वाली है।