Manali: बर्फीले तूफान ने रोकी राह, जंस्कार से मनाली आ रहे 15 लोग शिंकुला में फंसे; पुलिस ने किया रेस्क्यू
Snowfall in Manali मनाली आ रहे 15 लोग शिंकुला में फंस गए। बर्फ के फाहों के साथ चले बर्फीले तूफान ने इनकी राह रोक दी। यह लोग रात भर दर्रे में फंसे रहे। सुबह तीन बजे इनके फंसने की सूचना दारचा पुलिस चौकी को मिली। चौकी के कार्यकारी प्रभारी मेघ सिंह की अध्यक्षता में टीम सुबह तीन बजे शिंकुला के लिए रवाना हुई।
मनाली। शनिवार को जंस्कार की ओर से मनाली आ रहे 15 लोग हिमपात के चलते 16580 फीट उंचे शिंकुला दर्रे में फंस गए। बर्फ के फाहों के साथ चले बर्फीले तूफान ने इनकी राह रोक दी। यह लोग रात भर दर्रे में फंसे रहे।
सुबह तीन बजे इनके फंसने की सूचना दारचा पुलिस चौकी को मिली। चौकी के कार्यकारी प्रभारी मेघ सिंह की अध्यक्षता में टीम सुबह तीन बजे शिंकुला के लिए रवाना हुई। टीम ने सभी 15 लोगों को रेस्क्यू कर सुबह दारचा पहुंचाया। दारचा से शिंकुला की दूरी 40 किमी है।
यह सभी लोग एचपी 01 के 7377 पर्यटक वाहन में जंस्कार से मनाली आ रहे थे। झारखंड, बिहार व पश्चिम बंगाल के यह लोग जंस्कार में ही काम करते हैं। सर्दियों के चलते यह लोग घरों की ओर आ रहे थे। दारचा चौकी प्रभारी मेघ सिंह ने बताया कि कड़ी मेहनत करने के बाद शिंकुला में फंसे वाहन को दारचा पहुंचाया।
रेस्क्यू किए गए लोग
अर्जुन पुत्र अमित, प्रेम हंसोला पुत्र देवी चन्द हंसोला, राली पुत्र दूनी, सोमदेश सिंह पुत्र बाबू दास, प्रदीप पुत्र बबलू, राम हंसदा पुत्र मुचरा हंसदा, सुनील हंसदा पुत्र रामधन हंसदा, गणेश मरांडी पुत्र ठाकुर मरांडी, अनिल हंसदा पुत्र रामधन हंसदा सभी झारखंड निवासी तथा भरत पुत्र सुरजन तथा रंजन पुत्र सुरेन बिहार निवासी जबकि लखी राम पुत्र मंगल किशोर, रविंन शरण पुत्र सलमा शरण पश्चिम बंगाल निवासी व अमन पुत्र बसंत लाल मंडी रवि पुत्र प्रेम सिंह मंडी निवासी शामिल है।
एसपी लाहुल स्पीति मयंक चौधरी ने मेघ सिंह व उनकी टीम को बधाई दी है। उन्होंने पर्यटकों व राहगीरों से आग्रह किया कि खराब मौसम में दर्रों को आर पार न करें। मौसम के हालात देखकर ही सफर करें।