Ram Mandir: अब तक किन नेताओं ने ठुकराया 22 जनवरी का बुलावा? प्राण प्रतिष्ठा से दूरी की क्या दी दलीलें, पढ़ें
अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं। अमेरिका में भी दर्जनों कार्यक्रम हो रहे हैं। मॉरीशस के मंदिरों में दीप प्रज्वलित कर रामायण पाठ की योजना है। भारत में विशेष उल्लास का माहौल है। हालांकि, इस आयोजन को लेकर सियासी बयानबाजी भी हो रही है। कई राजनीतिक दलों ने इस समारोह को सत्ताधारी दल- भाजपा का बताते हुए सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस पार्टी ने शंकराचार्य के बयान को आधार बनाकर पूछा है कि ऐसे समारोह में सबसे बड़े धर्माधिकारी की अनदेखी क्यों की जा रही है? भाजपा ने कांग्रेस के इस रवैये पर पलटवार भी किया है। ऐसे में धार्मिक माहौल राजनीतिक कलेवर में बदलता दिख रहा है।
आखिर किन प्रमुख राजनीतिक पार्टियों या कद्दावर नेताओं ने राम मंदिर में 22 जनवरी को प्रस्तावित प्राण प्रतिष्ठा से किनारा किया है? समारोह में ‘चुनिंदा लोगों बुलाने’ से जुड़े क्या आरोप लगाए गए हैं? प्राण प्रतिष्ठा से गैरहाजिर रहने के लिए इन नेताओं ने क्या दलीलें दी हैं? आइए समझें ऐसे तमाम सवालों के जवाब
कांग्रेस: कभी सरकार बनने पर अयोध्या में राम मंदिर बनवाने का वादा किया, अब अयोध्या जाने से भी परहेज?
अयोध्या न जाने का फैसला लेने वाले कद्दावर नेताओं में शरद पवार का नाम भी शामिल है। उन्होंने कहा है कि 22 जनवरी के समारोह में अयोध्या में काफी भीड़ होगी। ऐसे में वे मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद रामलला के दर्शन करेंगे। पवार के इस बयान को ‘अधूरे राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा’ से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मुखरता से 22 जनवरी के मुहूर्त और मंदिर का पूरा निर्माण होने से पहले प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े किए हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को पत्र लिखकर पवार ने अयोध्या आने में असमर्थता जताई। पवार ने निमंत्रण के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा, ‘मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम भारत ही नहीं, विश्वभर में फैले करोड़ों भक्तों की श्रद्धा और आस्था के प्रतीक हैं। अयोध्या के समारोह को लेकर राम भक्तों में उत्सुकता और आतुरता है और वे भारी संख्या में वहां पहुंच रहे हैं। उनके माध्यम से इस ऐतिहासिक समारोह का आनंद मुझ तक पहुंचेगा।