UP: पिता से मोबाइल रीचार्ज कराकर, IAS बनने की ख्वाहिश में अदिति ने दी जान

UP: सुबह पिता से कराया मोबाइल रीचार्ज… दोपहर में इसलिए दी जान; आईएएस बनना चाहती थी अदिति
हिंदी टीवी न्यूज़, संत कबीर नगर Published by: Megha Jain Updated Thu, 13 Feb 2025
Gorakhpur Suicide News: गोरखपुर में ज्वाइंट इंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई-मेन) में असफल होने पर इंटर की छात्रा अदिति मिश्रा (18) ने खुदकुशी कर ली। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे बेतियाहाता स्थित गर्ल्स हॉस्टल के कमरे में छात्रा ने पंखे में फंदा लगाकर जान दे दी। कमरे में एक सुसाइड नोट मिला है
JEE Student Suicide In Gorakhpur: संत कबीर नगर जिले के मेंहदावल के मिश्रौलिया निवासी अजयनाथ मिश्र की पुत्री अदिति का शव गोरखपुर के निजी हॉस्टल में फंदे से लटकता मिलने से हर कोई स्तब्ध है। बुधवार की सुबह ही उसने अपने पिता से अपना मोबाइल रिचार्ज करवाया था। बचपन से ही मेधावी अदिति का लक्ष्य आईआईटी करके आईएएस बनना था। इस दिशा में वह प्रयत्नशील भी थी, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
अदिति के पिता अजयनाथ मिश्र शिक्षा क्षेत्र मेंहदावल में प्राथमिक स्कूल धौरापार में प्रधानाध्यापक हैं। अदिति उनकी दो बेटियों में बड़ी थी। हाईस्कूल की परीक्षा उसने प्रेमा एजुकेशनल एकेडमी से अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की थी।
मन मुताबिक नंबर नहीं आने से वह परेशान थी अदिति
उसकी प्रतिभा को देखकर ही उसके पिता ने उसको 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद ही आईआईटी की तैयारी करने के लिए गोरखपुर के एक निजी कोचिंग संस्थान में भेज दिया था। अदिति जेईई मेंस की गोरखपुर में रह कर काफी समय से तैयारी कर रही थी और जेईई मेंस की परीक्षा भी दी थी। लेकिन मन मुताबिक नंबर नहीं आने से वह परेशान थी। अदिति का कोई भाई नहीं है।
शुरू से ही वह पढ़ने में काफी होनहार थी। सोमवार को ही वह अपने घर मिश्रौलिया से गोरखपुर गई थी। मंगलवार को आए परीक्षा परिणाम में नंबर कम होने कारण कुछ परेशान थी। बुधवार की सुबह अपने पिता के नंबर पर मोबाइल में रिचार्ज करने के लिए फोन किया था। पिता अजयनाथ ने मोबाइल का रिचार्ज करते हुए परीक्षा को लेकर चिंता न करने को लेकर आश्वस्त किया था
होनहार बिटिया की मौत से गांव के लोग भी दुखी
अदिति के माता-पिता घटना के बाद से सदमे में हैं। घटना की जानकारी पाते ही वह अपने मित्रों व स्वजनों के साथ गोरखपुर पहुंच गए। उनके रोने बिलखने से हर किसी की आंखें नम हो गई। मेंहदावल क्षेत्र में हर कोई इस घटना के कारण आहत है।
होनहार बेटी ने यह कदम क्यों उठाया इसको लेकर सभी चर्चाओं में व्यस्त थे। घर पर सन्नाटा पसरा हुआ था और पूरे मोहल्ले में मातम पसरा दिखा। गांव के लोग भी होनहार बिटिया की मौत से दुखी हैं। घटना की जानकारी होते ही दरवाजे पर पड़ोसी और उनके रिश्तेदारों की भीड़ जुटने लगी।
कुलपति के निजी सचिव हैं बड़े पिता
अदिति के बड़े पिता डॉ. विजय नाथ मिश्र बचत निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। सेवानिवृत्ति के बाद वह इंदिरागांधी अनुसूचित जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में कुलपति के निजी सचिव हैं। उनका भी अदिति से विशेष स्नेह था। वह हमेशा उसको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते थे
आईएएस बनना चाहती थी अदिति
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पास रहने वाली अदिति की मौसी कल्पना और मौसा सूर्यनाथ मिश्रा घटना के कुछ ही देर बाद वहां पहुंच गए। मौसी ने कहा कि मंगलवार को जेईई मेन के रिजल्ट आने पर उनकी बात अदिति से हुई थी। उसने कहा था कि सफल नहीं हुई तो क्या हुआ, आगे आईएएस की तैयारी करेगी। वह शुरू से ही आईएएस बनना चाहती थी। अदिति के मौसा बोले-जब तबीयत खराब होती थी तब हमलोग उसे डॉक्टर को दिखाते थे। बोला भी था कि जब भी कोई परेशानी हो वह उनके घर चली आए।
जेईई-मेन में असफल होने पर छात्रा ने जान दी
गोरखपुर में ज्वाइंट इंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई-मेन) में असफल होने पर इंटर की छात्रा अदिति मिश्रा (18) ने खुदकुशी कर ली। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे बेतियाहाता स्थित गर्ल्स हॉस्टल के कमरे में छात्रा ने पंखे में फंदा लगाकर जान दे दी। कमरे में एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें छात्रा ने असफलता मिलने पर खुदकुशी करने की बात लिखी है। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है
संतकबीरनगर जिले के मेंहदावल स्थित मिश्रौलिया गांव के निवासी अजय मिश्रा की बेटी अदिति दो साल से गोरखपुर के बेतियाहाता स्थित गर्ल्स हॉस्टल में रहती थी। वह बेतियाहाता स्थित एक कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर तैयारी कर रही थी। छात्रा के पिता मेंहदावल प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हैं। फूफा ध्रुव कुमार त्रिपाठी एमएलसी हैं। गर्ल्स हॉस्टल के कमरे में अदिति के साथ एक और छात्रा रह रही थी।
वह गोला इलाके की रहने वाली है। वह शहर के एक कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर रही है। छात्रा ने बताया कि सुबह अदिति के साथ बातचीत हुई थी। उस समय तक सामान्य अवस्था में थी। छात्रा के मुताबिक, वह कमरे से बाजार गई थी। दोपहर 12:05 बजे लौटी तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। कई बार आवाज देने और खटखटाने के बाद भी जवाब नहीं मिला तो हॉस्टल के कर्मचारियों को सूचना दी।
छात्रा के घरवाले पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर रहे थे, उन्हें समझाया गया। इसके बाद कैंट थाने की पुलिस ने शव को बीआरडी मेडिकल कॉलेज भिजवाकर पोस्टमार्टम कराया। रिपोर्ट में भी मौत का कारण हैंगिंग यानी फंदे से लटक कर मौत आई है। शाम करीब 06:30 बजे शव लेकर परिजन संतकबीरनगर स्थित घर चले गए।– अभिनव त्यागी, एसपी सिटी